अमीर मीनाई शायरी – वो बेदर्दी से सर काटे Raj July 14, 2017 अमीर मीनाई शायरी वो बेदर्दी से सर काटे ‘अमीर’ और मैं कहूँ उन से हुज़ूर आहिस्ता-आहिस्ता जनाब आहिस्ता-आहिस्ता – अमीर मीनाई क़तील शिफ़ाई शायरी – वो तेरी भी तो पहली वसीम बरेलवी शायरी – मुझे तो क़तरा ही होना इक़बाल अज़ीम शायरी – अपनी मिट्टी ही पे चलने जौन एलिया शायरी – अब मिरी कोई ज़िंदगी ही ज़फ़र इक़बाल शायरी – ख़ामोशी अच्छी नहीं इंकार होना