अहमद फ़राज़ शायरी – जब तलक दूर है तू
जब तलक दूर है तू तेरी परस्तिश कर लें
हम जिसे छू ना सकें, उसको खुदा कहते हैं – अहमद फ़राज़
Best Hindi Sher O Shayari Collection
जब तलक दूर है तू तेरी परस्तिश कर लें
हम जिसे छू ना सकें, उसको खुदा कहते हैं – अहमद फ़राज़