अहमद फ़राज़ शायरी – ज़िंदगी हम तिरे दाग़ों से Raj September 19, 2021 अहमद फ़राज़ शायरी ज़िंदगी हम तिरे दाग़ों से रहे शर्मिंदा और तू है कि सदा आईना-ख़ाने माँगे – अहमद फ़राज़ ज़फ़र इक़बाल शायरी – रिहाई की कोई सूरत निकलनी क़तील शिफ़ाई शायरी – रास्ते याद नहीं रहनुमा याद परवीन शाकिर शायरी – मिटाओगे कहाँ तक तुम मेरी जौन एलिया शायरी – मैं रहा उम्र भर जुदा परवीन शाकिर शायरी – मुमकिना फ़ैसलों में एक हिज्र