अहमद फ़राज़ शायरी – दो घड़ी उस से रहो Raj June 16, 2022 अहमद फ़राज़ शायरी दो घड़ी उस से रहो दूर तो यूँ लगता है जिस तरह साया-ए-दीवार से दीवार जुदा – अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी शायरी – मैं और तुम से तर्क-ए-मोहब्बत बशीर बद्र शायरी – तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से फिराक गोरखपुरी शायरी – थोड़ी बहुत मुहब्बत से काम परवीन शाकिर शायरी – उसने देखा ही नहीं वर्ना अहमद फ़राज़ शायरी – ये एक शब की मुलाक़ात