अहमद फ़राज़ शायरी – लो फिर तिरे #लबों पे Raj September 19, 2021 अहमद फ़राज़ शायरी लो फिर तिरे #लबों पे उसी बेवफ़ा का ज़िक्र, अहमद ‘फ़राज़’ तुझसे कहा न बहुत हुआ ..! – अहमद फ़राज़ साहिर लुधियानवी शायरी – इतनी हसीन इतनी जवाँ रात साहिर लुधियानवी शायरी – ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ जिगर मुरादाबादी शायरी – मिल के भी जो कभी बहादुर शाह ज़फ़र शायरी – तकदीर के सिवा नहीं मिलता बशीर बद्र शायरी – पलके भी चमक उठती हैं