अहमद फ़राज़ शायरी – सो देख कर तिरे रुख़्सार Raj September 19, 2021 अहमद फ़राज़ शायरी सो देख कर तिरे रुख़्सार ओ लब यक़ीं आया कि फूल खिलते हैं गुलज़ार के अलावा भी – अहमद फ़राज़ नासिर काज़मी शायरी – दिल में हर वक़्त चुभन क़ाबिल अजमेरी शायरी – ज़माना दोस्त है किस किस बशीर बद्र शायरी – मुन्तज़र फूल में ख़ुशबू की अल्लामा इक़बाल शायरी – दिल से जो बात निकलती मजरूह सुल्तानपुरी शायरी – तिश्नगी ही तिश्नगी है किस