कैफ़ी आज़मी शायरी – बहार आए तो मेरा सलाम बहार आए तो मेरा सलाम कह देना मुझे तो आज तलब कर लिया है सहरा ने – कैफ़ी आज़मी Related Posts:नासिर काज़मी शायरी - ये रात तुम्हारी है चमकतेकैफ़ी आज़मी शायरी - अब वो अरमान हैं नकैफ़ी आज़मी शायरी - सुना करो मेरी जाँ इनमजरूह सुल्तानपुरी शायरी - बचा लिया मुझे तूफ़ाँ कीकैफ़ी आज़मी शायरी - कोई ये कैसे बताए किकैफ़ी आज़मी शायरी - जायेंगे कहाँ सूझता नहींकैफ़ी आज़मी शायरी - बस इक झिझक है यहीकैफ़ी आज़मी शायरी - पेड़ के काटने वालों कोकैफ़ी आज़मी शायरी - जब भी चूम लेता हूँकैफ़ी आज़मी शायरी - रेखाओं का खेल है मुक़द्दर कैफ़ी आज़मी शायरी