दाग देहलवी शायरी – जिन को अपनी ख़बर नही जिन को अपनी ख़बर नही अब तक वो मेरे दिल का राज क्या जाने – दाग देहलवी Related Posts:दाग देहलवी शायरी - तुम्हारा दिल मेरे दिल केजिगर मुरादाबादी शायरी - आज न जाने राज़ येफैज अहमद फैज शायरी - राज ए उल्फ़त छिपा करदाग देहलवी शायरी - ज़माने के क्या क्या सितममीर तक़ी मीर शायरी - पत्ता पत्ता बूटा बूटा हालमोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी - उसने क्या जाने क्या कियाहफ़ीज़ जालंधरी शायरी - ओ दिल तोड़ के जानेदाग देहलवी शायरी - दिल ले के मुफत कहतेदाग देहलवी शायरी - हज़ारों हसरतें वो हैं किदाग देहलवी शायरी - वो ज़माना भी तुम्हें याद दाग देहलवी शायरी