नक़्श लायलपुरी शायरी – वक़्त ही दर्द के काँटों Raj February 15, 2017 नक़्श लायलपुरी शायरी वक़्त ही दर्द के काँटों पे सुलाए दिल को।। वक़्त ही दर्द का एहसास मिटा देता है।। – नक़्श लायलपुरी मीर तक़ी मीर शायरी – नाज़ुकी उस के लब की साहिर लुधियानवी शायरी – नफरतों के जहान में हमको वसीम बरेलवी शायरी – तुम्हारा साथ भी छुटातुम अजनबी नक़्श लायलपुरी शायरी – तेरे गेसुओं का साया है मजरूह सुल्तानपुरी शायरी – मुझे ये फ़िक्र सबकी प्यास