नासिर काज़मी शायरी – दिल में हर वक़्त चुभन Raj March 6, 2017 नासिर काज़मी शायरी दिल में हर वक़्त चुभन रहती थी थी मुझे किस की तलब याद नहीं – नासिर काज़मी मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – क्यूँ गर्दिश-ए-मुदाम से घबरा न वसीम बरेलवी शायरी – तू क्या समझा तुझसे बिछडकर राहत इंदौरी शायरी – मैं फूल हूँ तो फूल ख़ुमार बाराबंकवी शायरी – ये वफ़ा की सख़्त राहें अमीर मीनाई शायरी – सरकती जाए है रुख़ से