परवीन शाकिर शायरी – बहुत रोया वो हम को बहुत रोया वो हम को याद कर के हमारी ज़िंदगी बर्बाद कर के – परवीन शाकिर Related Posts:ख़ुमार बाराबंकवी शायरी - तुझ को बर्बाद तो होनामहेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी - है हस्ती-ए-आशिक़ का बस इतनामोमिन ख़ाँ मोमिन शायरी - रोया करेंगे आप भी पहरोंक़तील शिफ़ाई शायरी - रास्ते याद नहीं रहनुमा यादपरवीन शाकिर शायरी - ज़िंदगी मेरी थी लेकिन अबमिर्ज़ा ग़ालिब शायरी - ये न थी हमारी क़िस्मतख़ुमार बाराबंकवी शायरी - कहने को ज़िन्दगी थी बहुतजिगर मुरादाबादी शायरी - वही है ज़िंदगी लेकिन 'जिगर'परवीन शाकिर शायरी - बहुत अज़ीज़ है आँखे मेरीपरवीन शाकिर शायरी - रस्ता भी कठिन धूप में परवीन शाकिर शायरी