परवीन शाकिर शायरी – लोग न जाने किन रातो
लोग न जाने किन रातो की मुरादे माँगा करते है
अपनी रात तो वो जो तेरे साथ गुज़र गयी जानां ।। – परवीन शाकिर
Best Hindi Sher O Shayari Collection
लोग न जाने किन रातो की मुरादे माँगा करते है
अपनी रात तो वो जो तेरे साथ गुज़र गयी जानां ।। – परवीन शाकिर