फैज अहमद फैज शायरी – इक तर्जे-तगाफुल है सो वह Raj February 16, 2017 फैज अहमद फैज शायरी इक तर्जे-तगाफुल है सो वह उनको मुबारक, इक अर्जे-तमन्ना है, सो हम करते रहेंगे। – फैज अहमद फैज ख़ुमार बाराबंकवी शायरी – इस सलीक़े से उनसे गिला बशीर बद्र शायरी – तुम्हें ज़रूर कोई चाहतों से अहमद फ़राज़ शायरी – काफ़िर के दिल से आया शहरयार शायरी – सियाह रात नहीं लेती नाम वसीम बरेलवी शायरी – उसी को जीने का हक़