बशीर बद्र शायरी – उड़ने दो परिंदों को अभी Raj December 26, 2017 बशीर बद्र शायरी उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते – बशीर बद्र वसीम बरेलवी शायरी – दुनिया को बेवफ़ाई का इल्ज़ाम वसीम बरेलवी शायरी – मुझे उस पार उतर जाने क़तील शिफ़ाई शायरी – हम उसे याद बहुत आएँगे क़तील शिफ़ाई शायरी – मुफ़लिस के बदन को भी जौन एलिया शायरी – मुझ को आदत है रूठ