बशीर बद्र शायरी – वो चेहरा किताबी रहा सामने वो चेहरा किताबी रहा सामने बड़ी ख़ूबसूरत पढ़ाई हुई – बशीर बद्र Related Posts:बशीर बद्र शायरी - ख़ुदा की इतनी बड़ी क़ायनातबशीर बद्र शायरी - गुलाबो की तरह दिल अपनाबशीर बद्र शायरी - हर चेहरे में तेरा चेहराबशीर बद्र शायरी - जिन पर लिखी हुई थीसाहिर लुधियानवी शायरी - आँखों से बड़ी कोई तराज़ूनासिर काज़मी शायरी - दिन गुज़ारा था बड़ी मुश्किलहसरत मोहानी शायरी - मुनहसिर वक़्त-ए-मुक़र्रर पे मुलाक़ात हुईअहमद फ़राज़ शायरी - न तुझको मात हुई नशाद अज़ीमाबादी शायरी - कौन सी बात नई ऐबशीर बद्र शायरी - मैं बोलता हूँ तो इल्ज़ाम बशीर बद्र शायरी