बहादुर शाह ज़फ़र शायरी – लगता नहीं है दिल मिरा Raj March 23, 2017 २ लाइन हिंदी शेरो शायरी, बहादुर शाह ज़फ़र शायरी लगता नहीं है दिल मिरा उजड़े दयार में किस की बनी है आलम-ए-ना-पाएदार में – बहादुर शाह ज़फ़र 2 Lines Sayari – Mukammal he taqdir teri 2 Line Mein Hindi Ki Shayari – Ik Taluk Ko Bikhernay मीर तक़ी मीर शायरी – राह-ए-दौर-ए-इश्क़ में रोता है क्या साग़र सिद्दीक़ी शायरी – मैं आदमी हूँ कोई फ़रिश्ता परवीन शाकिर शायरी – रात कितना भी करे अपनी