मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – इश्क़ से तबीअत ने ज़ीस्त Raj November 28, 2019 २ लाइन हिंदी शेरो शायरी, Hindi Shero Shayari, Shayari 2 Line Mein, दर्द भरी शायरी, मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी, हिंदी शायरी इश्क़ से तबीअत ने ज़ीस्त का मज़ा पाया दर्द की दवा पाई दर्द-ए-बे-दवा पाया – मिर्ज़ा ग़ालिब शकील बदायुनी शायरी – काँटों से गुज़र जाता हूँ बशीर बद्र शायरी – मुझे इश्तिहार-सी लगती हैं ये 2 Lines Poetry Shayari – Mat Khao Kasame Sari 2 Lines Shayari Hindi Bhasha Mein – Bhai Bolne Ka Hak Maine दाग देहलवी शायरी – उड़ गई वफ़ा ज़माने से