मुनव्वर राना शायरी – जुर्रत से हर नतीजे की Raj June 23, 2017 मुनव्वर राना शायरी जुर्रत से हर नतीजे की परवाह किये बगैर, दरबार छोड़ आया हूँ सजदा किये बगैर ! – मुनव्वर राना फिराक गोरखपुरी शायरी – किसी का यूँ तो हुआ जौन एलिया शायरी – इलाज ये है कि मजबूर दाग देहलवी शायरी – किस किस की चाह कीजिएकिस वसीम बरेलवी शायरी – हर शख्स दौड़ता हैं यहां वसीम बरेलवी शायरी – ये सोच कर कोई ऐहदे-वफ़ा