मुनव्वर राना शायरी – फिर कर्बला के बाद दिखाई Raj June 23, 2017 मुनव्वर राना शायरी फिर कर्बला के बाद दिखाई नहीं दिया ऐसा कोई भी शख़्स कि प्यासा कहें जिसे – मुनव्वर राना शहरयार शायरी – शहर-ए-जुनूँ मे कल तलक जो अहमद फ़राज़ शायरी – किसी को घर से निकलते बशीर बद्र शायरी – परखना मत परखने में कोई निदा फ़ाज़ली शायरी – बच्चा बोला देख कर मस्जिद जिगर मुरादाबादी शायरी – क्या बराबर का मोहब्बत में