मुनव्वर राना शायरी – रहता है दिन में रात Raj July 3, 2017 मुनव्वर राना शायरी रहता है दिन में रात के होने का इंतज़ार, फिर रात को दवाओं की गोली से काटना । – मुनव्वर राना मीर तक़ी मीर शायरी – कहा सुनते तो काहे को ख़ुमार बाराबंकवी शायरी – तुझ को बर्बाद तो होना बशीर बद्र शायरी – जिन पर लिखी हुई थी वसीम बरेलवी शायरी – जहाँ रहेगा वहीँ रौशनी लुटायेगा नासिर काज़मी शायरी – नई दुनिया के हंगामों में