मुनव्वर राना शायरी – हमी अकेले नही जागते है Raj June 23, 2017 मुनव्वर राना शायरी हमी अकेले नही जागते है रातो में उसे भी नींद बड़ी मुश्किलो से आती है । – मुनव्वर राना हसरत मोहानी शायरी – वस्ल की बनती हैं इन बशीर बद्र शायरी – मैं अपनी राह में दीवार नासिर काज़मी शायरी – दिन गुज़ारा था बड़ी मुश्किल क़तील शिफ़ाई शायरी – रह गई थी कुछ कमी राहत इंदौरी शायरी – सोने का रथ फ़क़ीर के