राहत इंदौरी शायरी – प्यास अगर मेरी बुझा दे Raj June 23, 2017 राहत इंदौरी शायरी प्यास अगर मेरी बुझा दे तो मैं जानू, वरना तू समंदर है तो होगा,मेरी किस काम का है. – राहत इंदौरी क़ाबिल अजमेरी शायरी – कुछ देर किसी ज़ुल्फ़ के मुनव्वर राना शायरी – घरों में यूँ सयानी बेटियाँ परवीन शाकिर शायरी – तेरे जाने पे अब के बशीर बद्र शायरी – फिर उसके बाद अभी तक साग़र सिद्दीक़ी शायरी – जिन से ज़िंदा हो यक़ीन-ओ-आगही