राहत इंदौरी शायरी – बिखर बिखर सी गई है Raj June 6, 2017 राहत इंदौरी शायरी बिखर बिखर सी गई है किताब साँसों की ये काग़ज़ात ख़ुदा जाने कब कहाँ उड़ जाएँ – राहत इंदौरी मजरूह सुल्तानपुरी शायरी – बहाने और भी होते जो शहरयार शायरी – वो बेवफ़ा है हमेशा ही मुनव्वर राना शायरी – अभी ज़िंदा है माँ मेरी दाग देहलवी शायरी – उज़्र उन की ज़बान से ज़फ़र इक़बाल शायरी – न था ज़ियादा कुछ एहसास