मेरा जमीर मेरा ऐतबार बोलता है
मेरी जुबान से परवरदिगार बोलता है
तेरी जुबान कतरना बहुत जरूरी है
तुझे मर्ज है तू बार-बार बोलता है – राहत इंदौरी
मेरा जमीर मेरा ऐतबार बोलता है
मेरी जुबान से परवरदिगार बोलता है
तेरी जुबान कतरना बहुत जरूरी है
तुझे मर्ज है तू बार-बार बोलता है – राहत इंदौरी