राहत इंदौरी शायरी – सिर्फ़ ख़ंजर ही नहीं आँखों Raj June 6, 2017 राहत इंदौरी शायरी सिर्फ़ ख़ंजर ही नहीं आँखों में पानी चाहिए, ऐ ख़ुदा दुश्मन भी मुझ को ख़ानदानी चाहिए – राहत इंदौरी ज़फ़र इक़बाल शायरी – यहाँ किसी को भी कुछ मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – जब *तवक़्क़ो ही उठ गई महेन्द्र सिंह बेदी सहर शायरी – दैर ओ हरम में चैन शाद अज़ीमाबादी शायरी – ढूँडोगे अगर मुल्कों मुल्कों मिलने परवीन शाकिर शायरी – गुल न होगा तो जश्न-ए-ख़ुशबू