राहत इंदौरी शायरी – हादसे राह में ज़ंजीर बक़फ Raj June 6, 2017 राहत इंदौरी शायरी हादसे राह में ज़ंजीर बक़फ हैं लेकिन, मंज़िलों का ये तक़ाजा है के चलते रहिये। – राहत इंदौरी वसीम बरेलवी शायरी – कोई इशारा दिलासा न कोई निदा फ़ाज़ली शायरी – बच्चा बोला देख कर मस्जिद ख़ुमार बाराबंकवी शायरी – ये कैसी हवा-ए-तरक्की चली है अहमद फ़राज़ शायरी – किसी को घर से निकलते बशीर बद्र शायरी – मैं चाहता हूँ कि तुम