वसीम बरेलवी शायरी – तुम्हारा साथ भी छुटातुम अजनबी
तुम्हारा साथ भी छुटा,तुम अजनबी भी हुए।
जमाना तुम को अब भी मुझमे ढूढता है ।। – वसीम बरेलवी
Best Hindi Sher O Shayari Collection
तुम्हारा साथ भी छुटा,तुम अजनबी भी हुए।
जमाना तुम को अब भी मुझमे ढूढता है ।। – वसीम बरेलवी