वसीम बरेलवी शायरी – तुम मेरी तरफ़ देखना छोड़ो Raj June 1, 2017 वसीम बरेलवी शायरी तुम मेरी तरफ़ देखना छोड़ो तो बताऊँ हर शख़्स तुम्हारी ही तरफ़ देख रहा है – वसीम बरेलवी वसीम बरेलवी शायरी – ख़ामोशी मेरी साथी है और क़तील शिफ़ाई शायरी – अगर वफ़ा पे भरोसा रहे नासिर काज़मी शायरी – दयार-ए-दिल की रात में चिराग़ शकील बदायुनी शायरी – ज़िंदगी आ तुझे क़ातिल के इक़बाल अज़ीम शायरी – ज़माना देखा है हम ने