वसीम बरेलवी शायरी – मुसलसल हादसों से बस मुझे Raj June 1, 2017 वसीम बरेलवी शायरी मुसलसल हादसों से बस मुझे इतनी शिकायत है कि ये आँसू बहाने की भी तो मोहलत नहीं देते! – वसीम बरेलवी शकील बदायुनी शायरी – मोहब्बत ही में मिलते हैं क़तील शिफ़ाई शायरी – ले मेरे तजरबों से सबक़ नासिर काज़मी शायरी – कल जो था वो आज फिराक गोरखपुरी शायरी – आवाज दे कर छुप गई निदा फ़ाज़ली शायरी – दुश्मनी लाख सही ख़त्म न