वसीम बरेलवी शायरी – हर शख्स दौड़ता हैं यहां Raj May 12, 2017 २ लाइन हिंदी शेरो शायरी, मिश्रित शायरी, वसीम बरेलवी शायरी हर शख्स दौड़ता हैं यहां भीड़ की तरफ़ और चाहता है कि उसे रास्ता मिले – वसीम बरेलवी मीर तक़ी मीर शायरी – कोई तुम सा भी काश वसीम बरेलवी शायरी – उसी को जीने का हक़ 2 Line Mein Hindi Ki Shayari – Aankhon Mein Namii Si Hai 2 Lines Sayari – Sochta Hoon Ke Baarish Me साहिर लुधियानवी शायरी – हज़ार बर्क गिरे लाख लाठियाँ उठे