शहरयार शायरी – गुलाब जिस्म का यूँ ही Raj March 23, 2017 २ लाइन हिंदी शेरो शायरी, शहरयार शायरी गुलाब जिस्म का यूँ ही नहीं खिला होगा हवा ने पहले तुझे फिर मुझे छुआ होगा – शहरयार क़तील शिफ़ाई शायरी – अगर वफ़ा पे भरोसा रहे अहमद फ़राज़ शायरी – सो देख कर तिरे रुख़्सार Famous 2 Lines Shair – Bas Yehi Adat Uski Mujhe Achhi Lagti Hai 2 Lines Sheroshayari – Us Se Milte He Yeh Ehsas Famous 2 Lines Ashaar – Mohabbat Hamari Bhi