शहरयार शायरी – ज़िंदगी जैसी तवक़्क़ो थी नहीं Raj March 20, 2017 २ लाइन हिंदी शेरो शायरी, शहरयार शायरी ज़िंदगी जैसी तवक़्क़ो थी नहीं कुछ कम है हर घड़ी होता है एहसास कहीं कुछ कम है – शहरयार Famous 2 Lines Ashaar – Teri Bhegi Hui Tehreeron माधव राम जौहर शायरी – कौन होते हैं वो महफ़िल मीर तक़ी मीर शायरी – याद उसकी इतनी ख़ूब नहीं 2 Lines Hindi Sher O Shayari – Mai Aa Raha Hun 2 Lines Hindi Sher O Shayari – Mat Poocho Hum Say