शहरयार शायरी – पलकों पे रोकते रहो Raj March 20, 2017 २ लाइन हिंदी शेरो शायरी, शहरयार शायरी पलकों पे रोकते रहो ,कारी हैं वार ख्वाब के काफी तो ढल चुकी है ये,थोड़ी सी शब कुछ और है – शहरयार 2 Lines Poetry Shayari – Usey Keh Dena Is Khush 2 Lines Sheroshayari – Talaash Kar Meri Mohabbat Ko क़तील शिफ़ाई शायरी – रहेगा साथ तिरा प्यार ज़िंदगी बशीर बद्र शायरी – लोग टूट जाते हैं एक बहादुर शाह ज़फ़र शायरी – इतना मिलिए ख़ाक में जो