शहरयार शायरी – सियाह रात नहीं लेती नाम Raj March 20, 2017 २ लाइन हिंदी शेरो शायरी, शहरयार शायरी सियाह रात नहीं लेती नाम ढलने का, यही तो वक़्त है सूरज तेरे निकलने का !! – शहरयार वसीम बरेलवी शायरी – मुझे उस पार उतर जाने Best 2 Lines Ashaar – Tal Na Sakte Gar Jang Me बशीर बद्र शायरी – गुलाबो की तरह दिल अपना 2 Lines Shero Shayari – Kesay Guzarta Hai Mera Har Ek मीर तक़ी मीर शायरी – आग थे इब्तेदा-ऐ-इश्क़ में हम