साहिर लुधियानवी शायरी – आँखों से बड़ी कोई तराज़ू Raj February 28, 2017 साहिर लुधियानवी शायरी आँखों से बड़ी कोई तराज़ू नहीं होती तुलता है बशर जिस में वो मीज़ान हैं आँखें – साहिर लुधियानवी मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – है कुछ ऐसी ही बात दाग देहलवी शायरी – फलक देता है जिसको ऐश शकील बदायुनी शायरी – मुश्किल था कुछ तो इश्क जौन एलिया शायरी – गँवाई किस की तमन्ना में दुष्यंत कुमार शायरी – आज यह दीवार