ज़फ़र इक़बाल शायरी – ज़ियादा नाज़ अब क्या कीजिए Raj March 6, 2017 ज़फ़र इक़बाल शायरी ज़ियादा नाज़ अब क्या कीजिए जोश-ए-जवानी पर कि ये तूफ़ाँ भी रफ़्ता रफ़्ता साहिल होने वाला है – ज़फ़र इक़बाल अमीर मीनाई शायरी – वाए क़िस्मत वो भी कहते माधव राम जौहर शायरी – ग़ैरों से तो फ़ुर्सत तुम्हें जौन एलिया शायरी – अपने सर इक बला तो दुष्यंत कुमार शायरी – इस शहर मे वो कोई फिराक गोरखपुरी शायरी – कोई नयी ज़मीं हो