ज़फ़र इक़बाल शायरी – मुस्कुराते हुए मिलता हूँ किसी Raj February 21, 2017 ज़फ़र इक़बाल शायरी मुस्कुराते हुए मिलता हूँ किसी से जो ‘ज़फ़र’ साफ़ पहचान लिया जाता हूँ रोया हुआ मैं – ज़फ़र इक़बाल निदा फ़ाज़ली शायरी – एक महफ़िल में कई महफ़िलें अमीर मीनाई शायरी – उल्फ़त में बराबर है वफ़ा अमीर मीनाई शायरी – वाए क़िस्मत वो भी कहते शाद अज़ीमाबादी शायरी – जवाब-ए-ख़त का न क़ासिद से अहमद फ़राज़ शायरी – वह लाख दुश्मन ए जां