ज़फ़र इक़बाल शायरी – ये क्या कम है कि Raj March 6, 2017 ज़फ़र इक़बाल शायरी ये क्या कम है कि हम हैं तो सही फ़हरिस्त में उस की भले ना-शाद रक्खा है कि हम को शाद रक्खा है – ज़फ़र इक़बाल मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी – क़ासिद के आते आते ख़त फैज अहमद फैज शायरी – शाम-ए-फ़िराक़ अब न पूछ आई क़ाबिल अजमेरी शायरी – कुछ देर किसी ज़ुल्फ़ के इक़बाल अज़ीम शायरी – ज़हर के घूँट भी हँस ज़फ़र इक़बाल शायरी – ख़ामोशी अच्छी नहीं इंकार होना