बिछड़ते वक़्त किसी आँख में जो आता है
तमाम उम्र वो आँसू बहुत रुलाता है !! – वसीम बरेलवी
Category: मिश्रित शायरी
वसीम बरेलवी शायरी – किस काम की रही ये
किस काम की रही ये दिखावे की ज़िंदगी,
वादे किए किसी से, गुज़रें किसी के साथ… – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – मोहब्बत में ज़रा सी बेवफ़ाई
मोहब्बत में ज़रा सी बेवफ़ाई तो ज़रूरी है
वही अच्छा भी लगता है जो वादे तोड़ देता है – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – हर शख्स दौड़ता हैं यहां
हर शख्स दौड़ता हैं यहां भीड़ की तरफ़
और चाहता है कि उसे रास्ता मिले – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – अकेले चलना तो मेरा नसीब
अकेले चलना तो मेरा नसीब था कि मुझे
किसी के साथ सफ़र बाँटना नहीं आता – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – तुम्हारा साथ भी छुटातुम अजनबी
तुम्हारा साथ भी छुटा,तुम अजनबी भी हुए।
जमाना तुम को अब भी मुझमे ढूढता है ।। – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – हम को महसूस किया जाएगा
हम को महसूस किया जाएगा ख़ुश्बू की तरह,
हम कोई शोर नहीं हैं जो सुनाई देंगे – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – लोग कुछ भी कहें और
लोग कुछ भी कहें और मैं चुप रहूँ
यह सलीक़ा मुझे जाने कब आएगा – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – ये कैसा शख्स है कितनी
ये कैसा शख्स है कितनी ही अच्छी बात कहो
कोई बुराई का पहलू निकाल लेता है – वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी शायरी – वैसे तो एक आँसू ही
वैसे तो एक आँसू ही बहा के मुझे ले जाए,
ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता…! – वसीम बरेलवी