अपना दामन देख कर घबरा गए।।
ख़ून के छींटे कहाँ तक आ गए।। – नक़्श लायलपुरी
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नक़्श लायलपुरी शायरी – वादे बातें फ़ूलों-सी दिल सेहराओं
वादे बातें फ़ूलों-सी, दिल सेहराओं जैसा।।
मैं अहले सियासत की हालत जानता हूँ।। – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – वक़्त ही दर्द के काँटों
वक़्त ही दर्द के काँटों पे सुलाए दिल को।।
वक़्त ही दर्द का एहसास मिटा देता है।। – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – ज़हर देता है कोई कोई
ज़हर देता है कोई, कोई दवा देता है।।
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है।। – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – तुझको सोचा तो खो गईं
तुझको सोचा तो खो गईं आँखें।।
दिल का आईना हो गईं आँखें।। – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – किसी हमदम का सरे शाम
किसी हमदम का सरे शाम ख़याल आ जाना।।
नींद जलती हुई आँखों की उड़ा देता है।। – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – तुम्हारे करम से है यह
तुम्हारे करम से है यह ज़िंदगी।।
मैं बुझ जाऊँगा तुम हवा तो करो।। – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – दिल ख़तावार नज़र पारसा तस्वीरे
दिल ख़तावार, नज़र पारसा, तस्वीरे अना।।
वो बशर है, के फ़रिश्ता है, के ख़ुदा है, क्या है?।। – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – तेरे गेसुओं का साया है
तेरे गेसुओं का साया है के शाम ऐ मयक़दा है
तेरी आँख बन गयी मेरा जाम बेखुदी में – नक़्श लायलपुरी
नक़्श लायलपुरी शायरी – किसी को मख़मलीं बिस्तर पे
किसी को मख़मलीं बिस्तर पे भी मुश्किल से नींद आए।।
किसी को नक़्श दिल का चैन टूटी चारपाई दे।। – नक़्श लायलपुरी